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Showing posts from January, 2018

चुम्बकीय शक्ति द्वारा रक्त प्रदर का ईलाज

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चुम्बकीय शक्ति द्वारा रक्त प्रदर का ईलाज यह स्त्रियों को होने वाला रोग है, जिसमें माहवारी इसके अलावा एक अन्य अवस्था ऐसी होती है, जिसमें बहुत या माहवारी से इसका कोई सम्बन्ध नहीं होता। इस अवस्था को रक्त प्रव अवधि के अंदर ही कभी-कभी सामान्य स्थिति हो जाती है, जवान लड़ प्रत्येक ऋतुस्राव के दौरान एक सप्ताह तक गतिशील रहती है। स्त्रियों में यह अवस्था रजोनिवृत्ति (Menopause) के समय बहुतायत से पाई जाती है। योनि मार्ग से अनियमित तथा अधिक खून बहने के कुछ मुख्य कारण हैं–गर्भपात, गर्भाशय के अंदर किसी प्रकार की रसौली, फाइब्रोइड का होना, बच्चेदानी के अंदर की सतह पर घाव तथा खून की कमी, गलगण्ड (Goitre) की उत्पत्ति होना आदि। अधिक खुन जाने से चेहरा पीला पड़ जाता है, आँखे अंदर की ओर धंस जाती हैं, हाथ-पैर ठण्डे हो जाते हैं, नजर और नाडी कमजोर हो जाती है, कानों में भिनभिनाहट होती है, सिरदर्द रहता है। Follow-me Facebook page click this link चुम्बकीय शक्ति द्वारा रक्त प्रदर का ईलाज सामान्य उपचार 1. सादा तथा शीघ्र पचने वाला भोजन करें। 2. शारीरिक परिश्रम, कोई व्यायाम या योग करें। 3. मानसिक

चेहरे और मुखमंडल का सौंदर्य विकास

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चेहरे और मुख मंडल का सौंदर्य विकास नीबू का रस (2 बार कपड़े से खाना हुआ) 10 ग्राम, ग्लिसरीन 10 ग्राम और गुलाब जल 10 ग्राम तीनों को बराबर मात्रा में मिलाकर एकरस करके रख ले। इस लोशन को प्रतिदिन सोने से पहले चेहरे पर हल्के हल्के मलने से चेहरा रेशम के समान कोमल और सुंदर बनता है। चेहरे के दाग, कील, झाइयां, मुंहासे, दूर होकर मुखमंडल की रंगत निखरती है।पंद्रह-बीस दिन के इस्तेमाल से ही कील मुंहासे दूर होकर चेहरे का रंग साफ हो जाता है और चेहरा मुलायम बन जाता है। Follow us चेहरे और मुखमंडल का सौंदर्य विकास विशेष-(1) नींबू के रस में रोमकूपों को साफ कर उनमें भरे मैल को निकालने की विशेष क्षमता है।इस कारण भी त्वचा अधिक सुंदर, स्वच्छ, अधिक मुलायम और कांतिमान बन जाती है। (2) अधिक महंगे बाजारु लोशनों के स्थान पर नींबू से बना हुआ यह लोशन श्रेष्ठ सिद्ध हुआ है क्योंकि शरद ऋतु की बर्फीली हवाओं से त्वचा की रक्षा करने का अपूर्व गुण इसमे भरा पड़ा हुआ है। इसे हर ऋतु में रात को सोते समय चेहरे और हाथों पैरों पर भी लगा सकते हैं।शीत ऋतु में दिन में भी लगा सकते हैं इससे मुख मंडल गोरा और तेजस्

क्या करे जब बच्चों को दूध हजम ना हो?

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क्या करे जब बच्चों को दूध हजम ना हो? दूध उबालते समय 200 ग्राम दूध में छोटी पीपल (पिप्पली) 1 ग्राम (या एक-दो दाना) डाल दें और दूध औटाने के बाद निकाल कर फेंक दे तो यह पीपल दूध में विद्यमान दोषों को नष्ट कर देती है और यह दूध सुपाच्य हो जाता है। Follow-me क्या करे जब बच्चों को दूध हजम ना हो? विशेष-(1) छोटी पिप्पली दूध में उबालकर छानकर पिलाने से बच्चों की तिल्ली ठीक हो जाती है (2) मां को क्रोध की अवस्था में बच्चे को दूध नहीं पिलाना चाहिए। Follow-me क्या करे जब बच्चों को दूध हजम ना हो? सहायक उपचार- दूध पिलाने से पहले यदि मैं एक गिलास पानी पी ले और तब दूध पिला दो शिशु को दूध तुरंत पच जाता है और उसे दस्त उल्टी आदि नहीं आते। विकल्प-(1) एक कप दूध में आधा चम्मच सौंफ डालकर उबालने से दूर हल्का व सुपाच्य बन जाता है।  Follow-me  क्या करें जब बच्चों को दूध हज़म न हो? अन्य विधि-(1) रात में एक चम्मच सौंफ आधा कप पानी मे भिगो दें।सुबह सौंफ को मसलकर पानी छान लें।इस पानी को दूध में मिलाकर पिलाने से बच्चों का पेट फूलना,गैस बनना ठीक हो जाता है। (2) दूध में एक छोटी इलायची

अफीम और शराब की आदत कैसे छोड़े?

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अफीम और शराब की आदत कैसे छोड़े? अफीम की आदत एकदम से ना छोड़ कर जरा जरा सी नित्य घटा घटा कर खाने से छूट जाती है और अधिक कष्ट नहीं होता है कि रोगी सहन न कर सके अफीम की आदत छुड़ाने के लिए अफीम खाने वाले को बिना बताए ही एक बाजरे के दाने भर(या उसके दसवें भाग के बराबर तक की मात्रा) अफीम रोज एक नियम से घटा घटा कर देना चाहिए उसे कहे कि घी दूध आदि पदार्थ खूब खाए और मामूली कष्टों से घबराएं नहीं कुछ ही दिनों में अफीम छूट जाने पर खुशी का ठिकाना नहीं रहेगा। Follow-me अफीम और शराब की आदत कैसे छोड़े? यदि कोई एकदम अफीम छोड़ना चाहें तो केवल 8 से 10 दिन तक धीरज के साथ भयंकर कष्ट सहने के लिए तैयार रहना पड़ेगा दिन में 8-10 बार 60-60 ग्राम दूध पीने और मक्खन मलाई घी हलवा आदि तर पदार्थों के सेवन पर जोर देना तथा दृढ़ संकल्प और धैर्य की जरूरत है दस्त रोकने की दवा ना दे अनिद्रा तथा दर्द आदि उपद्रवो के लिए उपाए करें जरा जरा सी मात्रा नित्य घटाने और खाने वाले को मालूम ना होने देने से कई व्यक्तियों की अफीम छूट गई है  Follow-me अफीम और शराब की आदत कैसे छोड़े? विकल्प-अफीम खाने की आदत वाले व

नशा आदि बुरी आदतें छुड़ाना

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नशा आदि बुरी आदतें छुड़ाना सौ ग्राम अजवाइन और सौ ग्राम सौंफ लेकर दोनों को खूब साफ कर लें और इसमें 60 ग्राम काला नमक मिलाकर इन तीनों को पीस लें इसके बाद इस मिश्रण को दो नींबू का रस मिलाकर रात भर (पूर्णिमा की रात को चंद्रमा की चांदनी में सुरक्षित रखना अधिक अच्छा है) रखा रहने दें दूसरे दिन प्रातः है इस मिश्रण को तवे पर धीमी आंच पर सुखाकर साफ शीशी में भरकर रख लें अथवा गर्म पानी का छीटा देकर चने के बराबर गोलिया बनाकर सुरक्षित रख लें बस दवा तैयार है। Follow-me नशा आदि बुरी आदतें छुड़ाना सेवन विधि - जब भी धूम्रपान व तंबाकू की इच्छा या तलब उठे तब थोड़ा चूर्ण लेकर मुंह में डालकर चबाएँ अथवा बीड़ी तंबाकू की इच्छा जागने पर एक गोली दिन में 4से6 बार चूसे ऐसा कुछ दिन लगातार करने से या बुरी आदत अपने आप छूट जाएगी साथ ही और कई लाभ होंगे जैसे गैस की तकलीफ मिटना पाचन शक्ति में वृद्धि होना भूख खुलकर लगना रक्त सुधारना सुगंध और स्वाद से मन प्रसन्न रहना आदि इसके सेवन से पान आदि में जर्दा या तंबाकू सेवन से बिगड़े हुए दांत और दांत दर्द में लाभ होगा तथा 40 दिन तक सेवन से भीतर के तंबाकू के दाग भी साफ

अंजीर और दूध विशेषकर वृद्धों के लिए पौष्टिक नाश्ता

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प्रतिदिन केवल दो तीन सूखे उत्तम अंजीर खाकर ऊपर से ढाई सौ ग्राम पिसी हुई मिश्री मिला दूध पीना अत्यंत शक्तिवर्धक होता है लगातार 2- 3 हफ्ते लें। Follow-me अंजीर और दूध विशेषकर वृद्धों के लिए पौष्टिक नाश्ता विशेष -इससे कब्ज और खून की खराबी दूर होती है क्योंकि अंजीर कब्ज़नाशक पित्तनाशक रक्त रोग निवारक तथा वायु विकार दूर करने वाला है इसके सेवन से शरीर में हमेशा थकावट महसूस होना नींद से बनी रहना किसी कार्य में मन नहीं लगना आदि शिकायतों में लाभ होता है अंजीर खून बढ़ाता है बलगम निकालता है और रंग निखरता है दमा एवं क्षय रोग में कफ़ की उत्पत्ति रोकने तथा शक्ति संवर्धन के लिए अंजीर का सेवन लाभप्रद रहता है। Follow-me अंजीर और दूध विशेषकर वृद्धों के लिए पौष्टिक नाश्ता (2) कमजोर दांत वालों को चाहिए कि इन सूखे अंजीर को थोड़े से पानी में रात भर भिगो दें पानी इतना ही डाला जाए कि जिसे यह अंजीर अपने अंदर पानी को शोषित कर ले और पात्र में अतिरिक्त पानी ना बचा रहे पानी पीकर ये अंजीर फूल जाएंगे और ताजा अंजीर के समान हो जाएंगे अंजीर और दूध विशेषकर वृद्धों के लिए पौष्टिक नाश्ता (3) 2-3 अंजीर प

चना विशेषकर किशोरों जवानों का पौष्टिक नाश्ता

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चना विशेषकर किशोरों जवानों का पौष्टिक नाश्ता 25 ग्राम देसी काले चने लेकर अच्छी तरह साफ कर लें मोटे पुष्ट चनों को चुनकर साफ़ करके कीड़े या डंक लगे या टूटे चने निकाल कर फेंक दे शाम के समय 125 ग्राम जल में ही में भिगो दें प्रातः शौच होकर एवं व्यायाम के बाद चनों को अच्छी प्रकार चबाकर खाएं और ऊपर से चनों का पानी वैसे ही या उसमें एक दो चम्मच शहद मिलाकर पी जाए देखने में साधारण योग है लेकिन शरीर को बल और स्फूर्ति प्रदान करने में बहुत प्रभावशाली है। Follow-me चना विशेषकर किशोरों जवानों का पौष्टिक नाश्ता विशेष (1) चने की मात्रा धीरे धीरे 25 ग्राम से 50 ग्राम तक बढ़ाई जा सकती है भीगे हुए चने खाने के बाद यदि दूध किया जाए तो वीर पुष्टि होती है (2) व्यायाम के बाद रात  के भीगे हुए चने चने का पानी साहित नियमित रूप से सेवन करने से आपका स्वास्थ्य बना रहेगा कहावत भी "खाये चना रहे बना" सावधानी - जिनकी पाचन शक्ति अति दुर्बल हो या चना खाने से पेट में अफारा आता हो उन्हें चनों का सेवन नहीं करना चाहिए  Follow-me चना विशेषकर किशोरों जवानों का पौष्टिक नाश्ता   अंकुरित चना

दूषित जल से बचाव कैसे करें?

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दूषित जल से बचाव कैसे करें? दूषित जल में तुलसी की हरी स्वच्छ पत्तियां (4 लीटर जल में 25 से 30 पत्तियां) डालने से जल शुद्ध और पवित्र हो जाता है इसके लिए जल को कपड़े से छानते समय तुलसी की पत्तियां कपड़े में रखकर जल छान लेना चाहिए। Follow-me दूषित जल से बचाव कैसे करें? विशेष - तुलसी की पत्तियों में खाद्य वस्तुओं को विकृत होने से बचाने का अद्भुत गुण है सूर्य ग्रहण आदि के समय जब खाने का मन रहता है तब खाद्य वस्तुओं में तुलसी की पत्तियां डालकर यह मान लिया जाता है की वस्तुएं बेकार नहीं हुई है मृत व्यक्ति के पास भी तुलसी का पौधा रखने की परंपरा के पीछे भी यही रहस्य जान पड़ता है जहां पर तुलसी का पौधा होता है उसके आसपास 600 फुट की वायु इससे प्रभावित होती है और परिणामस्वरुप मलेरिया प्लेग और छय(टी.बी) के कीटाणु नष्ट हो जाते हैं विभिन्न रोगों के कीटाणुओं का नाश करने में समर्थ तुलसी में जहां शरीर के भीतर खून आदि को शुद्ध करने और विभिन्न प्रकार के जहर को दूर करने की आश्चर्यजनक शक्ति है वहां तुलसी की गंध में अपनी चारों दिशाओं की वायु को शुद्ध और स्वास्थ्यप्रद बनाने की अद्भुत क्षमता है वास्तव

कब्ज गैस नाशक ताकतवर नाश्ता कैसे बनाए?

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कब्ज गैस नाशक ताकतवर नाश्ता कैसे बनाएं? छोटी काली हरड़ 100ग्राम देसी घी में भून लें जब हरड़ फूल जाए और धुआ सा निकलने लगे तब उसे घी से अलग कर लें इसके बाद सौंफ 100 ग्राम बड़ी लेकर उसमें 50 ग्राम सौंफ लेकर घी में अलग से भून ले फिर बची आधी सौफ को कच्ची ही भुनी हुई सौंफ में मिला लें अब पहले भुनी हरड़ को कूटकर दरदरा चूर्ण बना लें और फिर से इस सौफ को इस दरदरे चूर्ण में 200 ग्राम देशी घी (पाचन शक्ति के अनुसार) और 400 ग्राम बूरा या मिश्री मिलाकर किसी कांच के बर्तन में सावधानी पूर्वक रख लें बस दवा तैयार है।  Follow-me कब्ज गैस नाशक ताकतवर नाश्ता कैसे बनाएं सेवन विधि- उपरोक्त चूर्ण में से 10 ग्राम (दो चम्मच) की मात्रा से नित्य सुबह और शाम गर्म दूध के साथ लें और 2 घंटे आगे पीछे कुछ ना खाएं। Follow-me कब्ज़ गैस नाशक ताकतवर नाश्ता कैसे बनाएं? विशेष (1) इसे कुछ ही दिनों के सेवन से पुरानी से पुरानी कब्ज दूर हो जाती है यह 15 दिन लगातार लेने से पेट शुद्धि हो जाती है।गैस और आँव मिटती है और पेट के कीड़े नष्ट होते हैं।  Follow-me (2) कब्ज गैस नाशक होने के साथ यह बलवीर्यवर्धक रसायन

मसूड़ों की सूजन कैसे ठीक करें?

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मसूड़ों की सूजन कैसे ठीक करें मुंह और दांतों की प्रतिदिन सफाई न होने से कुछ खाद्य पदार्थ दांतों और मसूड़ों के जोड़ों में जमकर कठोर परत बना लेते हैं। इस चिपचिपी परत पर मैल जम जाती है जिसकी वजह से मसूड़े सूज जाते हैं धीरे-धीरे मसूड़ों की पेशियां कमजोर हो जाती है अंततः दांत धीले हो जाते हैं और उखड़ने लगते है। Follow-me मसूड़ों की सूजन कैसे ठीक करें इस चिपचिपी परत पर मैल जम जाती है जिसकी वजह से कारण- मसूड़ों की सूजन में शक्कर और इसमें बने पदार्थ मुख्य भूमिका निभाते हैं। शक्कर लार में घुलकर उसमें मौजूद अम्ल की मात्रा को बहुत बढ़ा देती है जिससे दांतों का गिरना और मसूड़ों में सूजन जैसे विकार पैदा हो जाते हैं। Follow-me मसूड़ों की सूजन कैसे ठीक करें लक्षण - मसूड़ों की सूजन में मसूड़ों का रंग गुलाबी हो जाता है और ब्रश करने पर खून निकलता है। मसूड़े सूज जाते हैं और दांत हिलने लगते हैं।  Follow-me मसूड़ों की सूजन कैसे ठीक करें नुस्खे 1. अजवाइन को तवे पर भून कर पीस लें फिर इसमें 2-3 बूंदें राई के तेल की मिलाकर हल्का हल्का मसूड़ो पर मले और दांतों पर मंजन करे। इसमें मसूड़ों क

मोटापा घटाने का सरल उपचार

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मोटापा घटाने का सरल उपचार 125 ग्राम पानी उबालकर ठंडा करें जब गुनगुना रह जाए तब उसमें 15 ग्राम नींबू का रस (आधा उत्तम कागजी नींबू निचोड़कर) और 15 ग्राम(2 चम्मच)शहद मिलाकर शरबत के सामान बनाने के बाद पीने से मोटापा दूर होता है।शरीर में चाहे कैसी भी चर्बी बढ़ गई हो घटकर शरीर सुडौल बन जाता है पेट के रोग दूर होकर जठराग्नि तेज बनी रहती है प्रातः खाली पेट निरंतर एक-दो महीने ले।  Follow-me मोटापा घटाने का सरल उपचार सहायक उपचार- मोटापा घटाने में सहायक योगासन और कसरत क्रियाएं हर रोज करें तो लाभ जरूर होता है।योगासनों में उत्तानपदासन,पश्चिमोत्तानासन,भुजंगासन,धनुरासन, त्रिकोणासन,नौली क्रिया मोटापा कम करने में अत्यंत लाभकारी है। विशेष - भोजन हल्का और दिन में एक बार करें।चोकर की रोटी खाना फायदेमंद है।हरी सब्जियों का विशेष रुप से सेवन करें।शाम को केवल फल ले भोजन के साथ जल न ले।भोजन के 1 घंटे बाद थोड़ा जल पीएँ। चाय,कॉफी,चर्बी बढ़ाने वाले और मीठे पदार्थों का सेवन कम कर दें। Follow-me जहां शहद के साथ नींबू पानी के सेवन से मोटापा घटता है वहां केवल नींबू पानी के सेवन से म

बालतोड़ का घरेलू आसान ईलाज

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बालतोड़ का आसान घरेलू इलाज  यह रोग बहुत पीड़ा युक्त, गोलाकार, रोमकूप का रोग है। एक प्रकार के कीटाणु रोमकूपों या स्वेद ग्रंथियों के मुख्य में संक्रमण पहुंचाकर छोटे छोटे फोड़े पैदा करते हैं या यूं ही बाल उखड़ जाने से उसी स्थान पर छोटी-छोटी फुंसियां निकल आती है। इनमें हमेशा नोक निकल आती है साथ में सूजन और दर्द भी होता है और अंत में पीब बन जाती है।  Follow-me बालतोड़ का आसान घरेलू ईलाज कारण - यह रोग सामान्यता उन लोगों को अधिक होता है जो मीठा अधिक खाते हैं बाल तोड़ने तथा कांटे आदि चुभने के बाद भी यह रोग हो सकता है। अधिक कमजोरी भी इसका एक कारण हो सकती है जो बच्चे गंदे पानी में अधिक खेलते हैं उनमें यह रोग अधिक होता है। Follow-me बालतोड़ का आसान घरेलू ईलाज लक्षण - रोएं के बीच वाले भाग में पीड़ायुक्त लाल सूजन होती है सूजन व दर्द के बाद अंत में पीप पैदा हो जाती है। कई बार यह फुंसिया बिना पके ही बैठ जाती है और कई बार पककर कड़ी हो जाती है। बालतोड़ में एक कोर होता है जो पीब के साथ बाहर निकल जाता है तो दर्द, सूजन तथा कष्ट कम हो जाता है। फोड़े की तरह इसमें पहले जलन होती है फिर पीब

चेहरे का साँवलापन कैसे दूर करे?

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चेहरे का साँवलापन कैसे दूर करे? चार बादाम गिरियों को सुबह पानी में भिगो दें।शाम को बादाम का छिलका उतार कर उन्हें दो चम्मच भैंस (या उपलब्ध दूध)के साथ इतना बारीक पीस लें कि एकरस होकर पानी में घुल जाए।यही घोल बादाम दूध है।बादाम दुग्ध रात को सोते समय चेहरे पर लगाकर सो जाएं और सवेरे चेहरे को ठंडे पानी से धो ले लगभग 15 दिनों तक लगातार प्रयोग करने से चेहरे की रंगत बदल जाती है और चेहरा उज्जवल होकर निखर जाता है। Follow-me चेहरे का साँवलापन कैसे दूर करे? विशेष- बादाम दूध त्वचा को कोमल बनाने का सबसे अच्छा उपाय है जो किसी अन्य मानवनिर्मित सौंदर्य प्रसाधन की अपेक्षा चेहरे को अधिक कांति युक्त और आकर्षक बनाता है और कम समय में ही आप के रुप में चार चांद लगा देने वाला होता है इसके प्रयोग से त्वचा साफ कोमल सुंदर और आभायुक्त बन जाती है। आप चाहे तो बादाम दूध नहाने से एक घंटा पहले लगा सकते हैं दूध में भिगोए बादाम पीसकर रात में लगाने और सुबह बेसन से धोने से खुरदरी त्वचा मुलायम होती और चमड़ी की रंगत बदल जाती है विकल्प- सुबह सवेरे ओस बिंदु या धारोष्ण दूध के झाग को मुंह पर मलने से चेहरे

मलेरिया को ठीक करने के अचूक नुस्खे

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मलेरिया को ठीक करने के अचूक नुस्खे फूली हुई फिटकरी के चूर्ण में चार गुना पिसी हुई खांड़ या चीनी अच्छी तरह मिला ले। दो ग्राम की मात्रा गुनगुने पानी से दो-दो घंटे बाद तीन बार ले।तीन खुराकों के लेने से ही मलेरिया नहीं रहता।बुखार तब भी रहे तो आवश्यकतानुसार एक या दो खुराक और ली जा सकती है।मलेरिया तथा तीसरे और चौथे रोज आने वाले बुखार में अचूक है।यह दवा कुनैन से भी अधिक फायदेमंद है और किसी प्रकार की गर्मी खुश्की नहीं करती है।  Follow-me मलेरिया को ठीक करने के अचूक नुस्खे विशेष - कम्प-ज्वर में बुखार आने से एक घंटा पहले दे तो सर्वोत्तम है वैसे दवा लेते समय बुखार हो या न हो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। सावधानी- गर्भवती स्त्रियों को यह दवा कभी ना दे। Follow-me विकल्प - तुलसी के सात पत्तियां और काली मिर्च के सात दाने एक साथ मिलाकर चबाने से पाँच बार में मलेरिया जड़ से चला जाता है।दिन में तीन बार लें।सात-सात तुलसी की कोमल पत्तियां दिन में 3 बार चबाने से भी मलेरिया और पुराने से पुराना बुखार कुछ ही दिनों में जड़ से समाप्त हो जाता है।  Follow-me मलेरिया को ठीक करने के अचूक नु