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Showing posts from August, 2017

चुम्बकीय शक्ति द्वारा रक्त प्रदर का ईलाज

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चुम्बकीय शक्ति द्वारा रक्त प्रदर का ईलाज यह स्त्रियों को होने वाला रोग है, जिसमें माहवारी इसके अलावा एक अन्य अवस्था ऐसी होती है, जिसमें बहुत या माहवारी से इसका कोई सम्बन्ध नहीं होता। इस अवस्था को रक्त प्रव अवधि के अंदर ही कभी-कभी सामान्य स्थिति हो जाती है, जवान लड़ प्रत्येक ऋतुस्राव के दौरान एक सप्ताह तक गतिशील रहती है। स्त्रियों में यह अवस्था रजोनिवृत्ति (Menopause) के समय बहुतायत से पाई जाती है। योनि मार्ग से अनियमित तथा अधिक खून बहने के कुछ मुख्य कारण हैं–गर्भपात, गर्भाशय के अंदर किसी प्रकार की रसौली, फाइब्रोइड का होना, बच्चेदानी के अंदर की सतह पर घाव तथा खून की कमी, गलगण्ड (Goitre) की उत्पत्ति होना आदि। अधिक खुन जाने से चेहरा पीला पड़ जाता है, आँखे अंदर की ओर धंस जाती हैं, हाथ-पैर ठण्डे हो जाते हैं, नजर और नाडी कमजोर हो जाती है, कानों में भिनभिनाहट होती है, सिरदर्द रहता है। Follow-me Facebook page click this link चुम्बकीय शक्ति द्वारा रक्त प्रदर का ईलाज सामान्य उपचार 1. सादा तथा शीघ्र पचने वाला भोजन करें। 2. शारीरिक परिश्रम, कोई व्यायाम या योग करें। 3. मानसिक

तेजपत्ते से करे रोगों का ईलाज

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तेजपत्ते से करे रोगों का ईलाज तेजपत्ता बहुत गुणकारी खाद्य पदार्थ है वाली,स्वादिष्ट, रुचिकर एवम सुगन्धयुक्त होता है।यह पित्त को शांत करता है और धीमा बुखार को मिटाता है। Follow-me तेजपत्ते से करे रोगों का इलाज सिरदर्द-   अगर गर्मी या ठंड की वजह से सिरदर्द हो रहा हो,तो2-3 तेजपत्ते और उसके एक-दो डंठलों को पानी में पीसकर हल्का गर्म कर ले और सिर पर मोटा लेप करे।एक बार में दर्द कम न हो तो दोबारा लेप करे,इससे सिरदर्द में निश्चित लाभ होता है।  Follow-me तेजपत्ते से करे रोगों का इलाज जुकाम-   सर्दी-जुकाम में छीक आती हो,नाक बहती हो या सूखे जुकाम में जलन,सिर में भारीपन,जीभ बेस्वाद महसूस होती हो तो सुबह,दोपहर,शाम और सोते समय सिर्फ तेजपत्ते की चाय पीने से लाभ होता है।  Follow-me तेजपत्ते से करे रोगों का इलाज रक्तपित्त-   पेशाब के रास्ते से खून गिरने को रक्तपित्त की बिमारी कहते है।इस रोग में बासी घड़े के जल के साथ तेजपत्ते का शर्बत बनाकर 4-4 घण्टे पर सेवन करे,इससे रक्तपित्त रोग का नाश होता है।