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Showing posts from October, 2018

चुम्बकीय शक्ति द्वारा रक्त प्रदर का ईलाज

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चुम्बकीय शक्ति द्वारा रक्त प्रदर का ईलाज यह स्त्रियों को होने वाला रोग है, जिसमें माहवारी इसके अलावा एक अन्य अवस्था ऐसी होती है, जिसमें बहुत या माहवारी से इसका कोई सम्बन्ध नहीं होता। इस अवस्था को रक्त प्रव अवधि के अंदर ही कभी-कभी सामान्य स्थिति हो जाती है, जवान लड़ प्रत्येक ऋतुस्राव के दौरान एक सप्ताह तक गतिशील रहती है। स्त्रियों में यह अवस्था रजोनिवृत्ति (Menopause) के समय बहुतायत से पाई जाती है। योनि मार्ग से अनियमित तथा अधिक खून बहने के कुछ मुख्य कारण हैं–गर्भपात, गर्भाशय के अंदर किसी प्रकार की रसौली, फाइब्रोइड का होना, बच्चेदानी के अंदर की सतह पर घाव तथा खून की कमी, गलगण्ड (Goitre) की उत्पत्ति होना आदि। अधिक खुन जाने से चेहरा पीला पड़ जाता है, आँखे अंदर की ओर धंस जाती हैं, हाथ-पैर ठण्डे हो जाते हैं, नजर और नाडी कमजोर हो जाती है, कानों में भिनभिनाहट होती है, सिरदर्द रहता है। Follow-me Facebook page click this link चुम्बकीय शक्ति द्वारा रक्त प्रदर का ईलाज सामान्य उपचार 1. सादा तथा शीघ्र पचने वाला भोजन करें। 2. शारीरिक परिश्रम, कोई व्यायाम या योग करें। 3. मानसिक

दांत दर्द का अचूक नुस्खा अमरूद के पत्ते

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दांत दर्द का अचूक नुस्खा अमरूद के पत्ते कभी-कभी दांतों में भयानक दर्द की टीस उठती है. दांत में कीड़े पड़ जाने पर ऐसा दर्द उठता है कि रोगी तड़प उठता है. पर घबराइए नहीं, इसका आसान-सा नुस्खा है- अमरूद का पत्ता, जो आसानी से प्राप्त हो जाता है। Follow-me Facebook click this link दांत दर्द का अचूक नुस्खा अमरूद के पत्ते अमरूद के पत्तों को एक लीटर पानी में डालकर काढ़ा तैयार कीजिए. पत्तियों को इतना उबालिए कि उनका रस उस पानी में आ जाए और वह पानी उबले हुए दूध की तरह गाढ़ा हो जाए। इस काढ़े से बार-बार कुल्ला करिए, इससे भयानक से भयानक दांत का दर्द भी दूर हो जाएगा। Follow-me instagram click this link दांत दर्द का अचूक नुस्खा अमरूद के पत्ते भयानक से भयानक दांत-दर्द में अमरूद के पत्तों को चबाने से भी राहत मिलती है. जैसे ही दांतों में दर्द उठे, अमरूद की पत्तियों को चबाना शुरू कर दें. उसके पत्तों के रस से दांत का दर्द चंद मिनटों में ही ख़त्म हो जाता है।

छिपकली के काटने पर ऐसे करे उपचार

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छिपकली के काटने पर ऐसे करे उपचार छिपकली कदाचित ही काटती है। घरेलू उपचार के रूप में कटी हुई जगह पर सरसों के तेल में गाय के गोबर के कण्डे की राख मिलाकर लगाने से लाभ होता है। कटी हुई जगह पर छिपकली के दांत निकालने के लिए इस मिश्रण को हाथ में दस्ताने पहनकर मलना चाहिए। घाव से छिपकली के दांत बाहर निकलते ही ज्वर जाता रहता है और उस जगह से नीलापन, पीप बहना आदि बन्द हो जाता है। Follow-me Facebook page click this link छिपकली के काटने पर ऐसे करे उपचार विशेष — (१) छिपकली का विष उतारने के लिए मोरपंख के एक चन्दवे को नित्य जलाकर उसकी राख शहद के साथ ४१ दिन तक सेवन करने से भी विष उतरता है। लेखक को छिपकली काटने के सम्बन्ध में अनुभव नहीं है अतः अनुभव अपेक्षित है। Follow-me instagram click this link (२) कहा जाता है कि केसर की सुगन्ध से छिपकली भाग जाती है । अत: कमरे में केसर रखनी चाहिए।

बालों के सौन्दर्य-निखार के लिए स्वदेशी शैम्पू

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बालों के सौन्दर्य-निखार के लिए स्वदेशी शैम्पू (१) मुल्तानी मिट्टी का शैम्पू-मुल्तानी मिट्टी १०० ग्राम एक कटोरे में लेकर पानी में भिगो दें। जब दो घण्टे में यह फूलकर लुगदी सी बन जाए तो हाथ से मसलकर गाढ़ा घोल बना ले । डलियाँ न रहने पाएँ। इस गाढ़े घोल को सूखे बालों में ही डालकर मुलायम हाथों से धीरे-धीरे रगड़े। पाँच मिनट पश्चात् सर्दियों में गुनगुना और गर्मियों में ठण्डे पानी से धो लें। यदि बाल अधिक मैले हैं तो दबारा वैसा ही करें। इस प्रकार साबुन की जगह मुल्तानी मिट्टी से बाल सप्ताह में दो बार धोने से उसमें अपूर्व निखार आता है और बाल रेशम के समान मुलायम एवं लम्बे होते हैं। पहली बार बाल धोने के बाद ही सिर में ऐसा हल्कापन और शीतलता का अनुभव होता है, जैसा किसी अन्य शैम्पू से नहीं मिलता। Follow-me Facebook click this link बालों के सौन्दर्य-निखार के लिए स्वदेशी शैम्पू (२) बेसन का शैम्पू–साबुन के स्थान पर सप्ताह में दो बार बेसन को पानी में भली प्रकार घोलकर बालों में लगाएँ और फिर एक घण्टे बाद धो लें। ऐसा करने से बाल घने और काले होंगे। बालों की हर प्रकार की गन्दगी साफ होकर वे चमकील