तीन साल से पाँच साल के बच्चों के लिए
प्रथम विधि- अजवायन का चूर्ण आधा ग्राम लेकर समभाग गुड़ में गोली बनाकर दिन में तीन बार खिलाने से सभी प्रकार के पेट के कीड़े नष्ट होते हैं।Follow-me facebook page
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पेट मे कीड़े |
दूसरी विधि-सबह उठते ही बच्चे दस ग्राम (और बड़े व्यक्ति २५ ग्राम) गुड़ खाकर दस पन्द्रह मिनट आराम करें। इससे आंतों में चिपके सब कीड़े निकलकर एक जगह जमा हो जायेंगे। फिर बच्चे आधा ग्राम (और बड़े एक-दो ग्राम) अजवायन का चूर्ण बासी पानी के साथ खायें। इससे आंतों में मौजूद सब प्रकार के कीड़े। एकदम नष्ट होकर मल के साथ शीघ्र ही बाहर निकल जाते हैं।Follow-me instagram
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पेट मे कीड़े |
तीसरी विधि-अजवायन चूर्ण आधा ग्राम में चुटकी भर काला नमक मिलाकर रात्रि के समय रोजाना गर्म जल से देने से बालकों के कृमि नष्ट होते हैं। बड़े व्यक्ति अजवायन के चूर्ण चार भाग में काला नमक एक भाग मिलाकर दो ग्राम की मात्रा से गर्म पानी के साथ फाँक लें।
विशेष—दूषित जल के सेवन से बच्चों के पेट में कृमि से बचने के लिए भी इस विधि से सेवन करना चाहिए। इससे वायु गोला और अफारा नाश होता है।
चौथी विधि-केवल अजवायन का चूर्ण आधा ग्राम, साठ ग्राम मट्टे या छाछ के साथ और बड़ों को दो ग्राम १२५ ग्राम मट्ठे के साथ देने से पेट के कमि नष्ट होकर मल के साथ बाहर निकल जाते हैं।
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पेट मे कीड़े |
विशेष—(१) तीन दिन से एक सप्ताह तक आवश्यकतानुसार लें। इससे पेट के कीड़े दूर होकर बच्चों को सोते समय दांत किटकिटाना और चबाना दूर होता है । अजवायन एक कृमिनाशक अत्यन्त उत्तम औषधि है।
(२) मिठाई, गरिष्ट पदार्थ, बासी अन्न, सड़े गले पदार्थों का सेवन बन्द कर दें। टॉफी, चाकलेट और मीठी वस्तुओं का सेवन बन्द कर दें ।
(३) जिन व्यक्तियों को रात में बार बार पेशाब करने की आदत हो उन्हें भी इससे लाभ होता है । कृमिजन्य सभी विकार दूर होने के साथ-साथ अजीर्ण आदि रोग भी कुछ दिनों में दूर हो जाते हैं ।
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पेट मे कीड़े |
विकल्प-दो-तीन बड़े लाल टमाटरों को काटकर सैंधा नमक, काली मिर्च लगाकर खाली पेट सायं चार बजे करीब, दिन में एक बार, दो-तीन दिन से दो-तीन सप्ताह तक आवश्यकतानुसार खाएँ। टमाटर खाने से दो घंटे पहले और दो घंटे बाद कुछ न खाएँ-पीएँ। नहीं रहा जाय तो पानी पिया जा सकता है। दो घंटे बाद खाना खा सकते हैं। इससे पेट के कीड़े दूर होकर बच्चों का सोते समय उछलना, दांत किटकिटाना और दांत चबाना, बेचैनी और परेशानी दूर हो जाती है ।
विशेष—(१) तीन साल से कम उम्र के बच्चों को न दें।
(२) सवेरे खाली पेट या रात को खाने के एक घंटा बाद टमाटर पर थोड़ा-सा सैंधा नमक लगाकर खाने से जीभ का मैलापन और सफेदी निश्चय ही दूर होती है।
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