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क्या आप दाग से छुटकारा पाना चाहते हैं? |
इस रोग में छोटे छोटे लाल दाने निकल आते हैं जो गोल घुमावदार होते हैं इनमें जलन तथा खुजली होती है।यह रोग खासकरगाल,सिर,दाढ़ी,जांघ,अंडकोष,पेट के निचले हिस्से कंठ,कमर,छाती,पीठ,सीना और नाखूनों में होता है दाद हमेशा गोल रूप में होता है तथा फैलता है इसकी खासियत यह है कि इसमें त्वचा पर खुजली के साथ साथ चक्र जैसे स्थान पड़ जाते हैं चक्रों पर सफेद चमड़ी जम जाती है Follow-me
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क्या आप दाद से छुटकारा पाना चाहते हैं? |
कारण- इस रोग का कारण एक फंगस है इसका संक्रमण खास रूप से भूरे रंग के चकत्ते के रूप में त्वचा पर दिखते हैं रोग का फैलाओ किसी के दूषित कपड़े और अन्य चीजों जैसे ब्रश,कंघी,तकिया,तौलिया आदि के प्रयोग से होता है। Follow-me
लक्षण-दांत का आकार गोल होता है और इसके चारों तरफ बगल में छोटे छोटे दानों की तरह छोटी छोटी फुंसियां होती है खुजली इसका मुख्य लक्षण है जिससे रोगी को बहुत कष्ट होता है दाद के स्थान उभरा हुआ होता है इसके चारों ओर का भाग कुछ काला और कड़ा होता है। Follow-me
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क्या आप दाद से छुटकारा पाना चाहते हैं? |
नुस्खे
1.5 ग्राम कपूर 1 ग्राम गंधक को थोड़े से मिट्टी के तेल में मिलाकर के मल्हम जैसा बना ले इस मलहम को सुबह शाम रात को दाद खुरच कर लगाने से फायदा होता है
2.शरीर के इन अंगों पर दाद हो वहां बड़ी हरड़ को सिरके से घिसकर लगाओ तुरंत फायदा होगा
3.अगर आप खुजली और दाद से परेशान है तो काले चने को पानी में पीसकर उसमें शहद मिलाकर दाद पर लगाएं कुछ ही दिनों में दांत साफ हो जाएगा इसके उपयोग से खुजली भी दूर हो जाएगी
4.घृतकुमारी के बीज को छाछ मे पीसकर दाद पर लगाने से भी फायदा होता है
5.पुदीने का रस दाद पर बार बार लगाने से दाद ठीक हो जाती है
6.इमली के बीज को नींबू के रस में पीसकर दाद पर लगाने से कुछ ही दिनों में दाद ठीक हो जाती है
7.घृतकुमारी के पत्तों का रस और लहसुन का रस एक साथ मिलाकर दाद पर लगाने से दाद से छुटकारा मिल जाता है
8.सहिजन के जड़ की छाल को पानी या गाय के पेशाब में घिसकर दाद पर लेप करने से दाद मिट जाती है
9.रोगी को नीम के पत्तों को पानी में उबालकर नहाना चाहिए।
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क्या आप दाद से छुटकारा पाना चाहते हैं? |
परहेज
इस परेशानी से छुटकारा पाने के लिए:-
सबसे अधिक परहेज की आवश्यकता होती है अधिक मीठे खाद्य पदार्थ,पीठी के आहार और नए भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए दूध दही छाछ कुल्थी व मांस का सेवन या वसा मतलब घी-तेल जैसे चिकने पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए।
धूप से आने और परिश्रम करने के बाद तुरंत नहाना नही चाहिए।नायलॉन एवं सिंथेटिक के वस्त्रों को पहनना छोड़ देना चाहिए ढीले और सूती कपड़े पहनने चाहिए रोगी के नाखून कटे होने चाहिए।कपड़े साफ सुथरे होने चाहिए पेट कमर नितंब या दूसरे स्थानों पर पसीना अधिक आता हो तो उसका समाधान करें इन् उपयो से दाद से मुक्ति मिल जाती है।
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